जनपद में गंगा किनारे की बंजर जमीन उगलेगी ‘सोना’

जनपद में गंगा किनारे वाली जमीन भी सोना उगलेगी। शासन के आदेश पर बंजर भूमि को चिन्हित किया जा रहा है। जल्द ही जमीन चिन्हित कर रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी। इसके साथ ही इस भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए काम शुरू होगा।
बता दें कि जनपद बुलंदशहर प्रदेश का कृषि प्रधान जिला है। यहां पर साढ़े चार लाख से अधिक हेक्टेयर भूमि में फसल उगाई जाती है। इन फसलों में शामिल गन्ना, गेहूं, मक्का, धान, दलहन, तिलहन और आलू सहित अन्य सब्जी की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। बता दें कि जनपद की सीमा से गुजर रही गंगा नदी के किनारे भूमि का एक बड़ा हिस्सा बंजर है। शासन ने आदेश जारी किया है कि गंगा किनारे बंजर भूमि को उपजाऊ बनाया जाना है। इसलिए जनपद की सीमा से गुजर रही गंगा नदी किनारे की ऐसी जमीन को चिन्हित कर उसकी रिपोर्ट भेजी जाए। बताया गया कि शासन रिपोर्ट मिलने पर इस भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए कोई नई योजना बनाने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश से गुजर रही गंगा नदी किनारे पड़ने वाले सभी जनपदों से यह रिपोर्ट मांगी गई है। सभी जिलों से रिपोर्ट मिलने के बाद बनने वाली योजना को क्रियान्वित कर दिया जाएगा।
इनसेट =
गंगा किनारे 32 गांवों की जमीन होगी चिन्हित
जनपद में गंगा नदी कि किनारे 32 गांव हैं। इन गांवों की बंजर भूमि को चिन्हित किया जाएगा। प्रत्येक गांव के क्षेत्र में आने वाली ऐसी जमीन को अलग-अलग चिन्हित करते हुए पूरी भूमि की रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाएगी।
इनसेट =
जनपद में बढ़ेगा उपजाऊ भूमि का रकबा
यदि शासन की ओर से बनने वाली नई योजना के तहत चिन्हित होने वाली बंजर भूमि को उपजाऊ बनाया गया तो जनपद में उपजाऊ भूमि का भी रकबा बढ़ेगा। इससे किसानों को भी लाभ होगा तो साथ ही खाद्यान्न में भी इजाफा होगा। साथ ही मजदूरों को भी खेतों में काम के लिए मौका मिलेगा।
कोट...
शासन के आदेश पर गंगा किनारे सभी गांवों की बंजर भूमि को चिन्हित करने का काम जारी है। इस भूमि की रिपोर्ट बनाकर जल्द ही शासन को भेज दी जाएगी। शासन ने बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए नई योजना बनाने की तैयारी कर रही है।
- डॉ. घनश्याम वर्मा, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी, बुलंदशहर